लिरिक्स कहिके बिना मोरी सुनी अयोध्या, कहिके बिनु चौपाई। कहिके बिना मोरी सूनी रोशईया, भोजन कौन बनाई।। वन का निकारि गए दो भाई।।1।। राम बिना मोरी सुनी अयोध्या, लक्ष्मण बिनु चौपाई।सीता बिना मोरी सूनी रोशईया,भोजन कौन बनाई।। वन का निकारि गए दो भाई।।2।। आगे आगे राम चलाति हैँ, पीछे लक्ष्मण भाई। ताके पीछे मातु जानकी, झारखण्ड को जाई।। वन को निकरि गए दो भाई।।3।। नन्ही नन्ही बुंदियान मेघ बर्षि गए, पवन चले पुरवाई। कौने बिरछ तरे भीजति होइहैँ, राम लखन दो भाई।। वन का निकरि गए दो भाई।।4।।वहि बन बाघ सिंह बहु लागै, वहि बन कोउ ना जाइ। वहि बनु जैहै राम लक्ष्मण/(जानकी ), सुख के सेज लगाई।।5।। वन का निकरि गए दो भाई।।
लिरिक्स
कहिके बिना मोरी सुनी अयोध्या, कहिके बिनु चौपाई। कहिके बिना मोरी सूनी रोशईया, भोजन कौन बनाई।। वन का निकारि गए दो भाई।।1।।
राम बिना मोरी सुनी अयोध्या, लक्ष्मण बिनु चौपाई।सीता बिना मोरी सूनी रोशईया,भोजन कौन बनाई।। वन का निकारि गए दो भाई।।2।।
आगे आगे राम चलाति हैँ, पीछे लक्ष्मण भाई। ताके पीछे मातु जानकी, झारखण्ड को जाई।। वन को निकरि गए दो भाई।।3।।
नन्ही नन्ही बुंदियान मेघ बर्षि गए, पवन चले पुरवाई। कौने बिरछ तरे भीजति होइहैँ, राम लखन दो भाई।। वन का निकरि गए दो भाई।।4।।वहि बन बाघ सिंह बहु लागै, वहि बन कोउ ना जाइ। वहि बनु जैहै राम लक्ष्मण/(जानकी ), सुख के सेज लगाई।।5।। वन का निकरि गए दो भाई।।
👍👍👍👍👍
Thankyou
Vah bhai
Very nice bahut badiya bhai ye hi or dalna me bahut pasan karta hu. Vese ho kaha se aap ❤❤❤❤
मै उत्तर प्रदेश के उन्नाव से हूं और वीडियो भी डाली है
Bahut sundar bhai
और भी आएंगे धन्यवाद वीडियो देखने के लिए
Yrr iske lyrics bhej do bhai plz
पिन comment मे हैं